शबनम

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तेरी याद में आज फ़िर हुईं आँखें शबनम
तेरे ख्वाब फ़िर मुझे मुझसे चुराने आए
शर्त लगा रखी थी मैंने सैलाब सोखने की
और दो अश्क भी मुझे छुपाने न आए...

शैल
September 9, 2017

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