इक मुअम्मा है इश्क़…

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दिल-ए-नादां
मत उलझ
सदियों से इक मुअम्मा है इश्क़
फ़ितरत हसीं इसकी, ज़ात नायाब
लाखों ख़ल्क़ ख़ाक में मिलाकर भी
हर धड़कते दिल का है ख्वाब...

मुअम्मा : puzzle/secret

शैल
August 9, 2017

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