ख़्वाब…

20604600_10212169935156721_5797026222866831903_n.jpg

बड़े दिलकश हैं ये ख़्वाब
ज्यों ही बन्द करती हूँ आँखें
झट मिलने हैं आ जाते
और खुली हों जब आँखें
तब भी नैन लड़ाने से
कहाँ बाज आते...

शैल
August 4, 2017

Previous
Previous

आज की रात…

Next
Next

तृष्णा…