रूठे लम्हे…

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जलने दो चिराग़
कि उजाले मेँ
साया साथ तो निभाएगा
वर्ना इस कदर रूठे हैं लम्हे
अँधेरा सा बिखर गया है आँगन मेँ...

शैल
August 26, 2017

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