हसरतें…
आज किसी किताब में
सूखा हुआ इक गुलाब मिला
और कुछ यादें हरी कर गया...
शैल
July 22, 2017
रिश्तों में ख़ामोशी खलने लगती है
कभी प्यार
तो कभी तकरार
चलते रहना चाहिए...
शैल
July 22, 2017
काश कभी ऐसा हो
मैं कुछ न कहूँ
और तुम सब समझ जाओ...
शैल
July 22, 2017
तुम्हारे बालों की चाँदनी
मेरे गालों की झुर्रियाँ
बेहद हसीन लगेंगी
साथ-साथ...
शैल
July 22, 2017