हसरतें… Jul 22 Written By Shalini Garg आज किसी किताब मेंसूखा हुआ इक गुलाब मिलाऔर कुछ यादें हरी कर गया... शैलJuly 22, 2017 रिश्तों में ख़ामोशी खलने लगती हैकभी प्यारतो कभी तकरारचलते रहना चाहिए... शैलJuly 22, 2017 काश कभी ऐसा होमैं कुछ न कहूँऔर तुम सब समझ जाओ... शैलJuly 22, 2017 तुम्हारे बालों की चाँदनीमेरे गालों की झुर्रियाँबेहद हसीन लगेंगीसाथ-साथ... शैलJuly 22, 2017 Shalini Garg
हसरतें… Jul 22 Written By Shalini Garg आज किसी किताब मेंसूखा हुआ इक गुलाब मिलाऔर कुछ यादें हरी कर गया... शैलJuly 22, 2017 रिश्तों में ख़ामोशी खलने लगती हैकभी प्यारतो कभी तकरारचलते रहना चाहिए... शैलJuly 22, 2017 काश कभी ऐसा होमैं कुछ न कहूँऔर तुम सब समझ जाओ... शैलJuly 22, 2017 तुम्हारे बालों की चाँदनीमेरे गालों की झुर्रियाँबेहद हसीन लगेंगीसाथ-साथ... शैलJuly 22, 2017 Shalini Garg