उल्टी गिनती
गुज़र रहे हैं खूबसूरत लम्हेँ
यूँ ही मुसाफिरों की तरह
यादें सिमट रही हैं गुप्-चुप
रुके रास्तों की तरह
स्याह बालों को ढाँपती चाँदनी
कर रही है उम्र की दौड़ तहरीर
और उम्र कर रही है अटखेलियाँ
कि गिनती उल्टी शुरू की जाए अब...
शैल
March 4, 2021
गुज़र रहे हैं खूबसूरत लम्हेँ
यूँ ही मुसाफिरों की तरह
यादें सिमट रही हैं गुप्-चुप
रुके रास्तों की तरह
स्याह बालों को ढाँपती चाँदनी
कर रही है उम्र की दौड़ तहरीर
और उम्र कर रही है अटखेलियाँ
कि गिनती उल्टी शुरू की जाए अब...
शैल
March 4, 2021