उल्टी गिनती

Fifty Years Young 04.03.2021

Fifty Years Young
04.03.2021

गुज़र रहे हैं खूबसूरत लम्हेँ
यूँ ही मुसाफिरों की तरह
यादें सिमट रही हैं गुप्-चुप
रुके रास्तों की तरह
स्याह बालों को ढाँपती चाँदनी
कर रही है उम्र की दौड़ तहरीर
और उम्र कर रही है अटखेलियाँ
कि गिनती उल्टी शुरू की जाए अब...

शैल
March 4, 2021

Previous
Previous

Pondering The Possibility

Next
Next

रुक गया है समां