तेरी जुस्तजू Jul 21 Written By Shalini Garg मेरे साथ की उन्हेंआज भी है आरज़ूए वक़्त, ठहर ज़राये लम्हा जी भर के जी लूँ... शैलJuly 21, 2017 मेरी मोहब्बत की गिरफ्तआसां न होगी सनमइस कैद-ए-उल्फत सेरिहाई है मुश्किल... शैलJuly 21, 2017 कभी यूँ ही चले आनामेरे दिल के आँगन मेंमुझसे ज़्यादाखुद से मोहब्बत हो जायेगी... शैलJuly 21, 2017 क्या मेरी यादों को बुलाकरकहीं खो गए तुमहिचकी तो आयी अभीपर हिचकिचाते हुए... शैलJuly 21, 2017 Shalini Garg
तेरी जुस्तजू Jul 21 Written By Shalini Garg मेरे साथ की उन्हेंआज भी है आरज़ूए वक़्त, ठहर ज़राये लम्हा जी भर के जी लूँ... शैलJuly 21, 2017 मेरी मोहब्बत की गिरफ्तआसां न होगी सनमइस कैद-ए-उल्फत सेरिहाई है मुश्किल... शैलJuly 21, 2017 कभी यूँ ही चले आनामेरे दिल के आँगन मेंमुझसे ज़्यादाखुद से मोहब्बत हो जायेगी... शैलJuly 21, 2017 क्या मेरी यादों को बुलाकरकहीं खो गए तुमहिचकी तो आयी अभीपर हिचकिचाते हुए... शैलJuly 21, 2017 Shalini Garg