तुम्हारी महक…
कल तुम्हारी अल्मारी खोली
कपड़ों मेँ सिमटी तुम्हारी महक
लपक कर
मेरे सीने से लिपट गयी
मैंने भी आँखें बन्द कर लीं
तुम्हारे दीदार के लिए...
शैल
August 11, 2017
कल तुम्हारी अल्मारी खोली
कपड़ों मेँ सिमटी तुम्हारी महक
लपक कर
मेरे सीने से लिपट गयी
मैंने भी आँखें बन्द कर लीं
तुम्हारे दीदार के लिए...
शैल
August 11, 2017