दो बूँद ख़ुशी…

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अतीत के पुलिंदे से
आज यादों के कुछ दस्तावेज़ मिले
दिलचस्प किस्से कुछ गुलाबी लम्हे
भूल गई थी सब
दो बूँद ख़ुशी, अनायास ही
आँखों से झर पड़ी
आख़िर सभी नुस्खे
तो छपे थे उसमें
मेरी मुस्कुराहटों की रिहाई के...

शैल
August 18, 2017

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